बैंकाकः थाइलैंड में समलैंगिक विवाह को मंजूरी दे दी गई है। इसके साथ ही देश में यह कानून भी बन गया है. थाईलैंड समलैंगिक विवाह को मान्यता देने वाला दक्षिण पूर्व एशिया का पहला और एशिया का तीसरा देश बन गया है। इससे पूर्व एशिया में नेपाल और ताइवान में समलैंगिक विवाह को मान्यता दी जा चुकी है। एशिया में ताइवान और नेपाल के बाद थाइलैंड तीसरा प्रमुख देश है, जिसने समलैंगिक विवाह को मान्यता दी है।
इस मौके पर पूर्व थाई PM श्रेष्ठा थाविसिन ने कहा हम अमेरिका से भी ज्यादा खुले विचारों वाले हैं। वहीं, प्रधानमंत्री पैतोंगटार्न शिनवात्रा ने X पर लिखा- आज रेनबो फ्लैग (समलैंगिक झंडा) थाईलैंड पर गर्व से लहरा रहा है। नए विवाह कानून में पुरुष, महिला, पति और पत्नी की जगह जेंडर न्यूट्रल शब्दों का इस्तेमाल किया गया है।
नए कानून में ट्रांसजेंडर्स को भी शादी का अधिकार दिया गया है। विवाह की कानूनी मान्यता मिलने के बाद समलैंगिक जोड़ों में खुशी की लहर है। वह सरकार के इस कदम को सपने सच होने जैसा बता रहे हैं। इस खुशी में गुरुवार को पूरे थाईलैंड में लोगों ने जश्न मनाया। समलैंगिक विवाह कानून की मांग करने वाले कार्यकर्ताओं ने इसे बड़ी जीत कहा।
